Know The Vedic, Religious & Social Importance Of Vidhyaarambha Sanskara or Vedarambh Sanskar.......जानिये क्या है विद्यारम्भ संस्कार अथवा वेदारम्भ संस्कार क्या है इसका वैदिक, धार्मिक तथा वैज्ञानिक महत्व व विधि - विधान ।
विद्यारम्भ संस्कार
जब बालक/ बालिका की आयु शिक्षा ग्रहण करने योग्य हो जाय, तब उसका विद्यारंभ संस्कार कराया जाता है । इसमें समारोह के माध्यम से जहाँ एक ओर बालक में अध्ययन का उत्साह पैदा किया जाता है, वही अभिभावकों, शिक्षकों को भी उनके इस पवित्र और महान दायित्व के प्रति जागरूक कराया जाता है कि बालक को अक्षर ज्ञान, विषयों के ज्ञान के साथ श्रेष्ठ जीवन के सूत्रों का भी बोध और अभ्यास कराते रहें । विद्यारम्भ संस्कार के क्रम के बारे में हमारे आचार्यो में मतभिन्नता है। कुछ आचार्यो का मत है कि अन्नप्राशन के बाद विद्यारम्भ संस्कार होना चाहिये तो कुछ चूड़ाकर्म के बाद इस संस्कार को उपयुक्त मानते हैं।
Vidhyaarambha
(Commencement of learning of the alphabet) On the third or fifth year, when Choula is performed, this important ceremony can take place. the Brahman or teacher should start teaching the first lesson after worshipping Saraswati, the Goddess of learning.
CLICK HERE TO SEE MORE INFORMATIVE AND POWERFUL ASTROLOGY SOLUTION VIDEOS
Know Why Matchmaking, Compatibility, Horoscope Matching, Kundali Milan Is Important Before Marriage
Ganesh Mantra To Remove Vaastu Defects And To Remove Financial Obstacles To Get Your Own House
The Right and Proper Vedic Way To Chant, Jaap Any Mantra For Success, Fulfill Desires, Goals
Astro Tip - Know How To Control Wild, Overactive, Difficult, Notorious, Disobedient Children
Overcome The Impact Of A Black Cat Crying or Crossing Your Path
Karismatic Benefits Of Hanuman Chalisa, हनुमान चालीसा के सिद्ध प्रयोग
We strongly encourage you to book an appointment online to get personalised consultation and remedies for all your problems.